चमोली (उत्तराखंड), 1 मार्च 2025:
भारत-चीन (तिब्बत) सीमा क्षेत्र में उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा कैंप के पास हुए भीषण हिमस्खलन में फंसे मजदूरों के रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक 47 मजदूरों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, जबकि 8 मजदूरों की तलाश अभी जारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जोशीमठ आर्मी हेलीपैड पर पहुंचे और घायलों का हालचाल जाना।
रेस्क्यू ऑपरेशन तेज, तीन हाई एल्टीट्यूड टीमें तैनात
शनिवार सुबह मौसम साफ होते ही रेस्क्यू ऑपरेशन दोबारा शुरू किया गया। हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ की तीन विशेष टीमें जौलीग्रांट, सहस्रधारा और गोचर में तैनात की गई हैं। गोचर और सहस्रधारा में आठ-आठ सदस्यों की दो टीमें और जौलीग्रांट मुख्यालय से दस लोगों की टीम को सेटेलाइट फोन और जरूरी रेस्क्यू उपकरणों के साथ भेजा गया है। यदि घायलों को एम्स ऋषिकेश रेफर किया जाता है, तो ढालवाला की टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है।
हेलीपैड पर पहुंचे सीएम धामी, ग्राउंड जीरो का दौरा संभव
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार सुबह देहरादून से चमोली के लिए प्रस्थान किया और जोशीमठ आर्मी हेलीपैड पहुंचे। उन्होंने घायल मजदूरों का हाल जाना और अधिकारियों से रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली। मौसम अनुकूल रहने पर मुख्यमंत्री ग्राउंड जीरो जाकर राहत कार्यों की समीक्षा कर सकते हैं। सीएम ने रेस्क्यू के लिए वायुसेना और यूकाडा के हेलिकॉप्टरों को तैनात करने के निर्देश दिए हैं।
पीएम मोदी ने सीएम धामी से की बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री धामी से फोन पर बातचीत कर हिमस्खलन में फंसे मजदूरों के रेस्क्यू अभियान की जानकारी ली। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया और उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश व हिमपात की स्थिति पर चर्चा की।
बर्फ में दबे मजदूरों की खोज जारी
सूत्रों के मुताबिक, शेष 8 मजदूरों के एक कंटेनर में फंसे होने की संभावना है, जो पूरी तरह बर्फ से ढक चुका है। शुक्रवार शाम तक सेना और आईटीबीपी ने 33 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला था, लेकिन तेज बर्फबारी और इलाके में 8 फीट तक जमी बर्फ के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा था। शनिवार सुबह मौसम खुलते ही अभियान फिर से शुरू किया गया, और अब तक 47 मजदूरों को बचाया जा चुका है।
स्थिति पर लगातार नजर
उत्तराखंड प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। अधिकारियों का कहना है कि सभी मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन पूरी क्षमता से जारी रहेगा।