रूपनगर 24 नवंबर
रूपनगर में एक सेवानिवृत्त महिला लेक्चरर को मनी लॉन्ड्रिंग मामले और तथाकथित “डिजिटल गिरफ्तारी” की धमकी देकर ₹99.49 लाख का चूना लगाया गया। पीड़िता ने खुलासा किया कि उसे 18 नवंबर को एक वीडियो कॉल आई, जिसके दौरान घोटाला सामने आया।
महिला, एक विधवा, ने बताया कि फोन करने वाले ने खुद को मुंबई में अपराध शाखा का एक अधिकारी बताया। जब उसने वीडियो कॉल के पीछे का कारण पूछा, तो कॉल करने वाले ने उसे फोन न काटने की चेतावनी दी और दावा किया कि उसे पहले ही मुंबई में दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में “डिजिटल रूप से गिरफ्तार” किया जा चुका है।
मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल कई खातों का आरोप
कॉल करने वाले ने आरोप लगाया कि उसके नाम पर छह बैंक खातों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया जा रहा था और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा चल रही जांच का उल्लेख किया गया था। डीएचएल कंपनी के एक कर्मचारी को गवाह बताते हुए फोन करने वाले ने कॉल एक तथाकथित वरिष्ठ अधिकारी को दे दी, जिसने उर्दू में बात की और मामले की पुष्टि की।
धमकियाँ और एक नकली अपराध शाखा सेटअप
पीड़ित ने बताया कि कॉल पर अगले व्यक्ति ने अपना परिचय बाल सिंह राजपूत के रूप में दिया और खुद को मुंबई में अपराध महानिदेशक होने का दावा किया। उसके पीछे, एक नकली अपराध शाखा का लोगो दिखाई दे रहा था, और उसने बातचीत के दौरान मनगढ़ंत डिजिटल गिरफ्तारी वारंट दिखाया, जो ज्यादातर अंग्रेजी में किया गया था।