फगवाड़ा, 27 जनवरी:
गणतंत्र दिवस के अवसर पर अमृतसर की हेरिटेज स्ट्रीट पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने और संविधान की प्रति जलाने की घटना ने भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। इस विरोध में आज अमृतसर बंद का आह्वान किया गया है। स्थानीय लोगों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
इस घटना से फगवाड़ा में भी दलित समाज में नाराजगी फैल गई। समुदाय के लोगों ने फगवाड़ा हाईवे पर धरना देकर सड़क जाम कर दी। सूचना मिलने पर एसपी रूपिंदर कौर भट्टी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचीं और प्रदर्शनकारियों को शांत कराया। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से मांग पत्र लेकर यातायात बहाल कराया और उन्हें गुरु हरगोबिंद नगर में धरना देने के लिए सहमत किया।
एफआईआर दर्ज करने की मांग
दलित नेता यश बरना की अगुवाई में एसपी रूपिंदर कौर को एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें आरोपी के खिलाफ फगवाड़ा में भी एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई। इस दौरान डीएसपी भारत भूषण, एसएचओ सिटी अमनदीप नाहर और ट्रैफिक इंचार्ज अमन कुमार देवेश्वर भी मौजूद थे।
पुलिस सुरक्षा की अनदेखी का आरोप
दलित समाज के नेताओं का कहना है कि उन्होंने पहले ही डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा के पास पुलिस सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया। इसी लापरवाही का नतीजा है कि शरारती तत्वों ने प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया।
आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी विशालजीत सिंह, एसपी अमृतसर सिटी वन ने जानकारी दी कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी अमृतसर के बाहर के किसी जिले का निवासी है। पुलिस उसके अमृतसर आने के मकसद और घटना के पीछे की मंशा का पता लगाने के लिए उससे गहन पूछताछ कर रही है।
इस घटना के बाद विभिन्न दलित संगठनों ने एकजुट होकर आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है और अमृतसर में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है।