फरीदाबाद, 4 मार्च:
फरीदाबाद के बांस रोड पाली इलाके से गिरफ्तार 19 वर्षीय अब्दुल रहमान के संबंध में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों के अनुसार, आतंकी संगठन आईएसआईएस-खुरासान ने उसे अयोध्या के राम मंदिर पर हमला करने के लिए तैयार किया था। यह संगठन पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सक्रिय है और युवाओं को उकसाने के लिए कट्टरपंथी प्रचार का सहारा लेता है।
ब्रेनवॉश कर आतंकी साजिश में शामिल किया
सूत्रों के मुताबिक, अब्दुल रहमान पिछले कुछ महीनों से इस आतंकी संगठन के संपर्क में था। उसे सोशल मीडिया के जरिए संपर्क कर एक विशेष ग्रुप में शामिल किया गया, जहां उसे भड़काऊ वीडियो और ऑडियो संदेश भेजे जाते थे। इन संदेशों में दावा किया जाता था कि अयोध्या में उसके समुदाय पर अन्याय हुआ है और इसका बदला लेना जरूरी है।
राम मंदिर की रेकी और आतंकी साजिश
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि अब्दुल ने आईएसआईएस के निर्देश पर राम मंदिर और उसके आसपास के इलाके की रेकी की थी। उसने वहां के वीडियो बनाकर आतंकी समूह को भेजे थे। उसके मोबाइल से ऐसे कई वीडियो मिलने की बात सामने आई है, जिससे पता चलता है कि वह हमले की साजिश में गहराई से शामिल था।
हमले के लिए हथियार जुटा रहा था
सूत्रों के अनुसार, अब्दुल को हमले में इस्तेमाल करने के लिए हैंड ग्रेनेड लेने का निर्देश दिया गया था। वह ग्रेनेड लेने के बाद संगठन के अगले आदेश का इंतजार कर रहा था, लेकिन इससे पहले ही खुफिया एजेंसियों और गुजरात एटीएस को इसकी भनक लग गई।
फरीदाबाद में पहले भी आतंकी साजिशों के तार जुड़े
फरीदाबाद पहले भी आतंकी गतिविधियों से जुड़ा रहा है, और इस बार भी यह शहर सुर्खियों में है। गिरफ्तारी के बाद स्थानीय लोगों में हलचल मच गई। घटनास्थल पर पहुंची टीम को पता चला कि पुलिस बीते कुछ दिनों से इलाके में सादी वर्दी में गश्त कर रही थी और संदिग्धों की तलाश में थी।
रविवार को पुलिस ने रहमान की तस्वीर दिखाकर लोगों से पूछताछ शुरू की। कुछ देर बाद जब वह पैदल चलते हुए वहां आया, तो पुलिस ने उसे दबोच लिया। उसके बाद इलाके को घेर लिया गया और किसी को वहां जाने की अनुमति नहीं दी गई।
खुफिया एजेंसियां अब यह जांच कर रही हैं कि इस साजिश में और कौन-कौन शामिल हो सकता है और इसके पीछे किसका हाथ है।