सिंगापुर, 13 दिसंबर:
महज 18 साल, 6 महीने और 2 हफ्ते की उम्र में भारतीय शतरंज के प्रतिभाशाली खिलाड़ी गुकेश दामराराजू ने इतिहास रचते हुए सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया है। गुकेश ने गुरुवार को सिंगापुर में आयोजित विश्व चैंपियनशिप के 14वें और अंतिम मुकाबले में चीन के मौजूदा चैंपियन डिंग लिरेन को हराकर यह खिताब अपने नाम किया।
Historic and exemplary!
Congratulations to Gukesh D on his remarkable accomplishment. This is the result of his unparalleled talent, hard work and unwavering determination.
His triumph has not only etched his name in the annals of chess history but has also inspired millions… https://t.co/fOqqPZLQlr pic.twitter.com/Xa1kPaiHdg
— Narendra Modi (@narendramodi) December 12, 2024
गुकेश का आधिकारिक ताजपोशी समारोह शुक्रवार को आयोजित किया जाएगा।
गुकेश ने 14-राउंड की इस कठिन क्लासिकल फॉर्मेट श्रृंखला में 7.5 अंकों के साथ जीत दर्ज की, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी डिंग लिरेन 6.5 अंकों पर रहे। यह उल्लेखनीय उपलब्धि गुकेश के लिए एक सपने के साकार होने जैसा है। उन्होंने हमेशा भारत के लिए यह प्रतिष्ठित खिताब वापस लाने की इच्छा जताई थी।
साल 2013 में मात्र 7 साल की उम्र में, गुकेश ने चेन्नई में आयोजित मुकाबले में भारत के पहले विश्व शतरंज चैंपियन विश्वनाथन आनंद को नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन से खिताब हारते हुए देखा था। आज, गुकेश ने अपने आदर्श को पीछे छोड़ते हुए शतरंज के इतिहास में अपना नाम दर्ज करवा लिया है और देश का मान बढ़ाया है।