बिहार, 8 जनवरी:
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण में भाग लेने वाले 68 उम्मीदवारों पर हमेशा के लिए बैन लगा दिया है। इनमें पांच महिलाएं भी शामिल हैं। इन उम्मीदवारों ने गलत पहचान पत्र का इस्तेमाल कर परीक्षा में हिस्सा लिया, जिससे आयोग ने कड़ी कार्रवाई की है। इन पर अब बीपीएससी की किसी भी परीक्षा में बैठने या आवेदन करने का प्रतिबंध लगा दिया गया है।
तीसरे चरण का परिणाम जारी
बता दें कि शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण का परिणाम 16 दिसंबर को घोषित किया गया था, जिसमें कक्षा 9वीं और 10वीं के लिए 15,251 पदों पर चयनित उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए थे। इसके बाद, 27 दिसंबर को 11वीं और 12वीं कक्षा के अभ्यर्थियों के परिणाम भी जारी किए गए थे। नए रोस्टर के अनुसार, शिक्षा विभाग में 19,415 पदों पर रिक्तियां आई हैं। इस बार आयोग ने 65 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था को खत्म करके 50 प्रतिशत आरक्षण के आधार पर परिणाम जारी किया है।
नई परीक्षा का आयोजन
BPSC ने 19-22 जुलाई 2024 के बीच परीक्षा पुनः आयोजित करने का निर्णय लिया है, जो पहले मार्च में आयोजित होने वाली थी। हालांकि पेपर लीक के कारण इसे रद्द कर दिया गया था। इस बार आयोग ने परीक्षा को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से आयोजित करने का संकल्प लिया है।
विद्यालय अध्यापक पद के लिए काउंसलिंग
तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती के तहत चयनित 67,110 शिक्षकों की काउंसलिंग 9 से 16 जनवरी तक आयोजित की जाएगी। यह काउंसलिंग आवंटित जिलों में होगी और दशरथ मांझी श्रम एवं नियोजन अध्ययन संस्थान में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगी। काउंसलिंग के दौरान अभ्यर्थियों को विद्यालय अध्यापक या प्रधानाध्यापक नियुक्ति परीक्षा 2024 का मूल प्रवेश पत्र और उसकी स्व-अभिप्रमाणित छायाप्रति लानी होगी।