हरियाणा, 27 जनवरी:
चरखी दादरी के उपमंडल स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह के बाद बाढड़ा विधायक उमेद पातुवास ने अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें उनका रुख काफी तीव्र था। विधायक ने अधिकारियों से कहा कि यदि वे समझते हैं कि मैं धैर्य रखता हूं तो इसका मतलब यह नहीं है कि मुझे बेवकूफ समझा जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जनता के साथ कोई गलत व्यवहार हुआ, तो अधिकारी और कर्मचारी खुद को प्रदेश के अंतिम स्थान पर तैनाती के लिए तैयार रखें।
बैठक में विधायक ने कहा कि जब वे बैठक कक्ष में पहुंचे तो अधिकारियों और कर्मचारियों ने सम्मान में खड़े नहीं होने की बात पर उनका गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने तुरंत प्रतिक्रिया दी और कहा कि उनका खड़े न होना उन्हें व्यक्तिगत रूप से बुरा नहीं लगा, लेकिन इससे उनके व्यवहार का स्पष्ट संकेत मिल गया। इसके बाद, एसडीएम की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि अगर वे गलत कह रहे हैं तो इसका विरोध किया जा सकता है।
विधायक ने कहा कि वह किसी अधिकारी या कर्मचारी से कोई व्यक्तिगत लाभ नहीं चाहते और न ही किसी को गलत काम करने के लिए कहेंगे। उन्होंने यह भी साफ किया कि अगर उनका परिवार भी गलत करेगा तो उन्हें भी बख्शा नहीं जाएगा। विधायक ने अधिकारियों से कहा कि वे ‘फ्री की आदत’ छोड़ें, क्योंकि यहां कई ईमानदार और मेहनती अधिकारी भी हैं। उन्होंने यह भी वचन दिया कि जहां तक उनकी पहुंच होगी, वे ऐसे अधिकारियों को सम्मानित करेंगे।