पंजाब, 26 फरवरी:
लुधियाना पश्चिम उपचुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार घोषित किया है। इस फैसले के बाद राजनीतिक गलियारों में अटकलें तेज हो गई हैं कि आम आदमी पार्टी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राज्यसभा भेजने की योजना बना रही है। हालांकि, पार्टी ने इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है।
विपक्ष के तीखे हमले
संजीव अरोड़ा की उम्मीदवारी को लेकर विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता सुखपाल सिंह खैरा ने इस फैसले की आलोचना करते हुए ट्वीट किया कि अगर संजीव अरोड़ा उपचुनाव लड़ रहे हैं, तो इसका मतलब है कि अरविंद केजरीवाल राज्यसभा जाने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने इस फैसले को “पंजाब के लिए काला दिन” करार दिया और आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने संजीव अरोड़ा को यह टिकट देकर उन्हें पंजाब की कैबिनेट में जगह देने का इनाम दिया है।
खैरा ने आगे कहा कि अगर केजरीवाल राज्यसभा जाते हैं, तो यह पंजाब की राजनीतिक स्वायत्तता को कमजोर करने जैसा होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से सवाल किया कि वे इस फैसले को कैसे सही ठहराएंगे, क्योंकि वे हमेशा पंजाबी भाषा और क्षेत्रीय राजनीति को प्राथमिकता देने की बात करते रहे हैं।
गुरप्रीत गोगी की पत्नी भी थीं दावेदार
इस उपचुनाव के लिए कई उम्मीदवारों के नाम चर्चा में थे, जिनमें दिवंगत विधायक गुरप्रीत सिंह गोगी की पत्नी डॉ. सुखचैन बस्सी गोगी भी शामिल थीं। वे लंबे समय से क्षेत्र में सक्रिय थीं और इस सीट के लिए मजबूत दावेदारी पेश कर रही थीं।
हालांकि, पार्टी ने संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार बनाकर एक रणनीतिक कदम उठाया है। इससे राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आम आदमी पार्टी ने इस फैसले के जरिए अपने दीर्घकालिक राजनीतिक उद्देश्यों को साधने की कोशिश की है।
अकाली दल का पलटवार
शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी इस फैसले की कड़ी आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी पंजाब के संसाधनों और राजनीतिक अवसरों का इस्तेमाल दिल्ली की राजनीति को मजबूत करने के लिए कर रही है। उन्होंने कहा, “आप की रणनीति से स्पष्ट है कि संजीव अरोड़ा की राज्यसभा सीट खाली कराई जाएगी, जिससे अरविंद केजरीवाल या मनीष सिसोदिया को राज्यसभा भेजा जा सके। यह पंजाब के हितों की अनदेखी करने जैसा है।”
यूथ अकाली दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरबजीत सिंह झिंझर ने भी इस कदम को पंजाब की राजनीति पर दिल्ली का प्रभाव बढ़ाने की कोशिश बताया और कहा कि राज्य के लोग इस रणनीति का जवाब जरूर देंगे।
आम आदमी पार्टी का खंडन
इस पूरे विवाद के बीच आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल के राज्यसभा जाने की संभावनाओं को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। पार्टी प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने बयान जारी कर कहा कि यह सभी अटकलें बेबुनियाद हैं और पार्टी का ऐसा कोई इरादा नहीं है।
आगामी उपचुनाव में संजीव अरोड़ा की उम्मीदवारी को लेकर विपक्ष और आप के बीच तकरार जारी है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस राजनीतिक घटनाक्रम का पंजाब की राजनीति पर क्या असर पड़ता है।