मुंबई, 10 फरवरी:
बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान ने हाल ही में अपने घर पर हुए चाकू हमले और अस्पताल जाने के दौरान अपने आठ वर्षीय बेटे तैमूर की उपस्थिति को लेकर खुलासा किया। इस भयावह घटना के दौरान, जब सैफ को गंभीर चोटें आईं, तो तैमूर ने उनके साथ जाने की जिद की, जिससे उन्हें मानसिक सहारा मिला।
खौफ और अफरातफरी की रात
16 जनवरी की देर रात, मुंबई के बांद्रा स्थित सैफ अली खान के घर में एक घुसपैठिया घुस आया। हथियारों से लैस इस हमलावर ने सैफ पर कई बार हमला किया। संघर्ष के दौरान, सैफ को गंभीर चोटें आईं और चाकू का एक टुकड़ा उनकी रीढ़ की हड्डी के पास फंस गया।
घर में कोई ड्राइवर या सुरक्षा गार्ड न होने के कारण, उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाना पड़ा। इस दौरान तैमूर ने अपने पिता का साथ नहीं छोड़ा और उनके साथ अस्पताल गया।
इमरजेंसी सर्जरी और बड़ा खतरा
अस्पताल पहुंचने पर, डॉक्टरों ने छह घंटे तक ऑपरेशन कर उनकी चोटों का इलाज किया। डॉक्टरों के अनुसार, चाकू उनकी रीढ़ की हड्डी के बेहद करीब पहुंच गया था। बस कुछ मिलीमीटर और अंदर चला जाता, तो यह हमला उन्हें लकवाग्रस्त कर सकता था।
कैसे हुआ हमला?
घटना की शुरुआत रात करीब 2 बजे हुई, जब घरेलू सहायिका गीता ने परिवार को घर में घुसे एक अनजान शख्स के बारे में बताया। हमलावर बच्चों के कमरे में छिपा हुआ था और दोनों हाथों में हथियार लिए खड़ा था।
सैफ ने तुरंत हमला करने वाले व्यक्ति को पकड़ लिया और उससे संघर्ष करने लगे। इस दौरान उन्हें गर्दन, हथेली, कलाई और हाथ पर गंभीर चोटें आईं। उधर, करीना कपूर खान ने छोटे बेटे जेह को सुरक्षित स्थान पर ले जाने का फैसला किया। गीता की मदद से सैफ ने किसी तरह खुद को छुड़ाया और अस्पताल पहुंचे।
परिवार की प्रतिक्रिया और घटना के बाद की स्थिति
हमले के बाद, करीना ने मदद के लिए कई लोगों को फोन किए, लेकिन देर रात होने के कारण कोई उपलब्ध नहीं था। सैफ ने परिवार को आश्वासन दिया कि वह ठीक हैं। इस घटना का उनके बड़े बच्चों, सारा अली खान और इब्राहिम अली खान पर भी गहरा असर पड़ा।
लोगों द्वारा सुरक्षा को लेकर उठाए गए सवालों पर सैफ ने कहा कि उन्होंने कभी भी निजी सुरक्षा रखना पसंद नहीं किया। उनका मानना है कि यह हमला किसी साजिश का हिस्सा नहीं था, बल्कि महज एक दुर्घटना थी। उन्होंने मुंबई को अब भी सुरक्षित शहर बताया।
हमलावर की गिरफ्तारी और पुलिस जांच
पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी की पहचान की और उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति का नाम शरीफुल फकीर उर्फ विजय दास है, जो एक बांग्लादेशी नागरिक बताया जा रहा है। जांच में यह सामने आया कि उसने ड्रेनेज पाइप के सहारे इमारत में चढ़कर घर में प्रवेश किया था।
इस भयानक घटना के बावजूद, सैफ अब धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं। हालांकि उन्हें अभी भी दर्द महसूस होता है, लेकिन वे पूरी तरह से ठीक होने की उम्मीद कर रहे हैं। परिवार इस हमले से गहरे सदमे में है, लेकिन वे इस बात के लिए आभारी हैं कि सैफ की जान बच गई और उन्हें समय पर इलाज मिल गया।