चंडीगढ़:
सोने में निवेश को हमेशा एक समझदारी भरा कदम माना जाता है, जो पोर्टफोलियो विविधीकरण और संपत्ति की सुरक्षा का एक प्रभावी तरीका है। इसकी अंतर्निहित मूल्य और ऐतिहासिक महत्व इसे एक विश्वसनीय संपत्ति बनाते हैं, विशेष रूप से आर्थिक अनिश्चितताओं के दौरान।
सोने में निवेश के फायदे:
- महंगाई से बचाव: सोना समय के साथ अपना मूल्य बनाए रखता है, जिससे यह महंगाई के खिलाफ एक सुरक्षा के रूप में कार्य करता है। जब मुद्रा की क्रय शक्ति घटती है, तो सोने का मूल्य सामान्यतः स्थिर रहता है या बढ़ सकता है।
- तरलता: सोना एक अत्यधिक तरल संपत्ति है, जिसे विभिन्न रूपों में जैसे सिक्के, बार, और आभूषण के रूप में आसानी से खरीदा या बेचा जा सकता है, और यह वैश्विक बाजारों में उपलब्ध है।
- पोर्टफोलियो विविधीकरण: सोने को निवेश पोर्टफोलियो में शामिल करने से समग्र जोखिम कम हो सकता है, क्योंकि इसकी प्रदर्शन अक्सर पारंपरिक संपत्तियों जैसे स्टॉक्स और बॉन्ड्स से विपरीत रूप से जुड़ी होती है।
भारत में वर्तमान सोने की दरें:
11 जनवरी 2025 तक:
- 24 कैरेट सोना: ₹78,020 प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना: ₹71,460 प्रति 10 ग्राम
ऐतिहासिक तुलना:
पिछले साल के दौरान भारत में सोने की कीमतों में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है। उदाहरण के लिए, जनवरी 2024 में 24 कैरेट सोने की कीमत लगभग ₹58,848 प्रति 10 ग्राम थी, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 32% का इजाफा दर्शाता है।
बाजार का दृष्टिकोण:
विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2025 में सोने की कीमतें आगे भी बढ़ सकती हैं। निम्न ब्याज दरें, राजनीतिक अस्थिरता और केंद्रीय बैंकों से बढ़ती मांग जैसे कारणों से इस सकारात्मक दृष्टिकोण को बल मिल रहा है। कुछ अनुमानों के अनुसार, सोने की कीमतें अगले साल तक $3,000 प्रति ट्रॉय औंस तक पहुंच सकती हैं।
निष्कर्ष:
इसके ऐतिहासिक स्थिरता और वर्तमान बाजार प्रवृत्तियों को देखते हुए, सोना एक आकर्षक निवेश विकल्प बना हुआ है। महंगाई से बचाव, उच्च तरलता और पोर्टफोलियो विविधीकरण के फायदे के साथ, यह निवेशकों के लिए एक स्थायी आकर्षण बना हुआ है।