पंजाब, 23 जनवरी:
पंजाब राज्य को नशामुक्त बनाने की जिम्मेदारी पंजाब पुलिस पर है, लेकिन हाल ही में तरनतारन पुलिस कर्मियों के डोप टेस्ट की रिपोर्ट ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि खुद पुलिसकर्मी नशे की लत में दिखाई दे रहे हैं। एसएसपी अभिमन्यु राणा की ओर से दी गई जानकारी के आधार पर 27 पुलिस कर्मियों का डोप टेस्ट करवाया गया, जिनमें से 13 पुलिसकर्मी पॉजीटिव पाए गए।
तरनतारन पुलिस लाइन में एसएसपी अभिमन्यु राणा द्वारा आयोजित बैठक में नशे के बढ़ते प्रभाव पर चिंता जताई गई। टेस्ट की सूची में ज्यादातर असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) रैंक के पुलिसकर्मी शामिल थे। तरनतारन सिविल अस्पताल के डॉ. सुरिंदर सिंह, लैब टेक्निशियन केविल सिंह और बीटीओ अंग्रे सिंह सोहल की टीम ने इन कर्मियों के पेशाब के सैंपल लिए। शाम को रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिसमें 13 पुलिसकर्मी पॉजीटिव पाए गए। अब इन कर्मियों का सरकारी इलाज शुरू किया गया है।
सीमा क्षेत्रों में नशा तस्करी का असर
भारत-पाकिस्तान सीमा से लगे जिले तरनतारन में नशे का प्रभाव काफी बढ़ चुका है। पिछले तीन सालों में इस जिले में नशे के कारण 40 से ज्यादा परिवारों की जिंदगी तबाह हो चुकी है। सीमा से जुड़े कस्बों जैसे खेमकरण, खालड़ा, भिखीविंड, सराय अमानत खां और नौशहरा ढाला में तस्करी के बड़े नेटवर्क काम कर रहे हैं। सीमा पार से ड्रोन के जरिए हेरोइन की खेप पंजाब में पहुंचाई जा रही है। फिरोजपुर रेंज के डीआईजी रंजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि पुलिस नशे पर नियंत्रण पाने में पूरी तरह सक्षम है।