अमृतसर, 28 जनवरी:
गणतंत्र दिवस पर अमृतसर में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के साथ हुई तोड़फोड़ को लेकर दलित समाज में भारी आक्रोश है। इसके विरोध में आज लुधियाना, जालंधर, मोगा, फगवाड़ा, नवांशहर और होशियारपुर में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बंद का आह्वान किया गया है। लुधियाना में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया है।
गणतंत्र दिवस के दिन, अमृतसर के हेरिटेज स्ट्रीट पर उपद्रवियों ने डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ने की कोशिश की और प्रतिमा के सामने रखे संविधान की प्रति को आग के हवाले कर दिया। हालांकि, स्थानीय लोगों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
जालंधर में पूरी तरह बंद
अमृतसर में हुई घटना के विरोध में रविदासिया और वाल्मीकि समुदाय ने जालंधर बंद का आह्वान किया। शहर में पूरी तरह सन्नाटा छाया हुआ है। दुकानें, बाजार और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। यह बंद खालिस्तान समर्थकों द्वारा 25 मार्च को किए गए प्रदर्शन के कारण भी और अधिक व्यापक हो गया है।
वाल्मीकि और रविदास समुदाय सहित अन्य संगठनों ने इस बंद का समर्थन किया है। सुबह 8 बजे से ही बंद का असर दिखने लगा। शहर के प्रमुख चौराहों और सड़कों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। जरूरी सेवाएं जैसे मेडिकल सुविधाएं और विश्वविद्यालय की परीक्षाएं चालू रखी गई हैं।
जालंधर में सबसे बड़ा प्रदर्शन भगवान वाल्मीकि महाराज चौक (ज्योति चौक), डॉ. बीआर अंबेडकर चौक (नकोदर चौक), और श्री गुरु रविदास चौक पर आयोजित किया गया है। शहर के सभी स्कूलों ने आज छुट्टी घोषित कर दी है।
शांति बनाए रखने के प्रयास
जालंधर के जॉइंट कमिश्नर संदीप शर्मा ने कहा कि शहर में शांति बनाए रखने के लिए 2,000 से अधिक पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को तैनात किया गया है। शहर के 11 स्थानों पर प्रदर्शन हो रहा है, और ट्रैफिक को सुचारू बनाए रखने के लिए कई रास्तों को डायवर्ट किया गया है।
बीजेपी ने की शांतिपूर्ण प्रदर्शन की घोषणा
जालंधर बीजेपी शहरी अध्यक्ष सुशील शर्मा ने कहा कि पार्टी सुबह 11 बजे नकोदर चौक पर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करेगी। उन्होंने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ चुकी है। गणतंत्र दिवस पर ऐसी घटना होना राज्य सरकार की नाकामी को दर्शाता है।