प्रयागराज, 1 फरवरी:
मौनी अमावस्या की रात संगम घाट पर हुए हादसे में महज 12 सेकंड के भीतर 23 लोगों की जानें चली गईं। इस भगदड़ के कारण 90 अन्य लोग घायल हो गए थे। घटना का वीडियो सामने आने के बाद यह हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है।
A tragic incident occurred at the Sangam ghats on the night of Makar Sankranti, where 23 lives were lost in just 12 seconds. The stampede, caused by panic among the crowd, left 90 others injured. #MahakumbhStampede2025 #MahaKumbh2025 pic.twitter.com/BIQIRuQddA
— UpFront News (@upfrontltstnews) February 1, 2025
29 जनवरी रात 1:10 बजे का यह एक मिनट दो सेकंड लंबा वीडियो बताया जा रहा है, जिसमें लाखों लोग संगम नोज की ओर भागते नजर आते हैं। पहले 12 सेकंड के दौरान लोग बदहवास होकर एक-दूसरे के ऊपर दौड़ते नजर आते हैं। इसी दौरान 23 श्रद्धालुओं की जान चली गई। वीडियो के 18वें सेकंड में संगम घाट पर लगा पोल नंबर 12 भी दिखता है, और उसके बाद कुछ देर बाद चीखें सुनाई देती हैं। हालांकि, चीखने वाला कौन है, यह स्पष्ट नहीं हो पाता, लेकिन आवाज से यह लगता है कि यह कुछ महिलाओं की चीखें हो सकती हैं। फिलहाल, अधिकारी इस वीडियो के बारे में किसी जानकारी से इंकार कर रहे हैं।
इसके अलावा, एक महिला सिपाही का वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें वह घटनास्थल पर खड़ी नजर आ रही है और उच्चाधिकारियों से फोर्स की मांग करती हुई दिखाई दे रही है। वीडियो में वह कहती नजर आ रही है, “यहां हालत बहुत खराब है, जल्दी फोर्स भेजिए, स्थिति बिगड़ती जा रही है।”
महाकुंभ हादसों में 30 की मौत, सीएम ने जांच बैठाई
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दौरान संगम में डुबकी लगाने पहुंचे 30 श्रद्धालु अफरातफरी मचने से हुए दो हादसों में मारे गए। मंगलवार रात करीब डेढ़ बजे अखाड़ा मार्ग के निकट और सेक्टर 18 के मुक्ति मार्ग पर हुए इन दर्दनाक हादसों में 60 श्रद्धालु घायल हुए हैं, जिनमें से 36 को एसआरएन अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है। हादसे पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और राज्यपाल समेत कई हस्तियों ने शोक जताया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार शाम वीडियो संदेश जारी कर श्रद्धालुओं की मौत पर दुख व्यक्त किया और कहा कि प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद था और स्थिति को तुरंत नियंत्रित कर लिया गया। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की।
महाकुंभ मेला क्षेत्र के डीआईजी वैभव कृष्ण और मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि मौनी अमावस्या के मुख्य स्नान पर्व के दौरान भारी भीड़ उमड़ी थी। ब्रह्म मुहूर्त से पहले रात एक से दो बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर भीड़ का भारी दबाव बना, जिससे बैरिकेड्स टूट गए। इसके बाद भीड़ संगम घाट की ओर बढ़ी और पहले से बैठे श्रद्धालुओं को कुचलते हुए आगे बढ़ गई। इस हादसे में 90 लोग घायल हुए, जिन्हें एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भेजा गया। 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 60 घायल हुए हैं।