रोहतक, 3 मार्च:
दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस की सांपला टीम ने संयुक्त अभियान चलाकर बहादुरगढ़ निवासी 30 वर्षीय सचिन को गिरफ्तार किया है। आरोपी मोबाइल एसेसरीज़ की दुकान चलाता है और फिलहाल सांपला पुलिस की हिरासत में है, जहां उससे पूछताछ जारी है। यह गिरफ्तारी कांग्रेस नेता हिमानी हत्याकांड में हुई पहली कार्रवाई है। पुलिस ने आरोपी के पास से हिमानी का मोबाइल फोन और ज्वेलरी भी बरामद कर ली है।
एक साल की पहचान, ब्लैकमेलिंग और हत्या
पुलिस सूत्रों के अनुसार, हिमानी और सचिन करीब एक साल से एक-दूसरे को जानते थे। सचिन न केवल हिमानी के घर आता-जाता था बल्कि कई बार वहां रुकता भी था। शुरुआती जांच में सामने आया है कि दोनों की मुलाकात सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। इसके बाद हिमानी ने सचिन को घर बुलाया, जहां दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने। हिमानी ने कथित तौर पर इन पलों का वीडियो बना लिया और बाद में सचिन को ब्लैकमेल करने लगी।
जानकारी के मुताबिक, हिमानी बार-बार सचिन से पैसे मांग रही थी। आरोपी ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन जब बात नहीं बनी, तो उसने उसकी हत्या करने की योजना बना ली।
चार्जर की तार से हत्या, फिर शव को सूटकेस में रखा
पुलिस जांच में सामने आया है कि सचिन ने चार्जर की तार से गला घोंटकर हिमानी की हत्या कर दी। इसके बाद उसने शव को सूटकेस में रखा और रिक्शे के जरिए बस स्टैंड पहुंचाया। वहां से उसने एक बस में बैग रखा और उसे सांपला बस स्टैंड तक ले गया।
1 मार्च की सुबह, राहगीरों ने बस स्टैंड पर एक बैग देखा, जिससे बदबू आ रही थी। पुलिस को सूचना दी गई, तो मौके पर पहुंचकर बैग खोला गया, जिसमें एक सूटकेस रखा था। जांच में सूटकेस के अंदर महिला का शव मिला, जिसकी पहचान बाद में कांग्रेस नेता हिमानी के रूप में हुई।
आरोपी शादीशुदा, दो बच्चों का पिता
सचिन शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं। वारदात को अंजाम देने के बाद वह बहादुरगढ़ के कनौदा गांव स्थित अपनी दुकान पर चला गया। पुलिस को शक है कि हत्या की असली वजह ब्लैकमेलिंग और पैसों की मांग हो सकती है। हालांकि, जांच अभी जारी है और पुलिस अन्य संभावित कारणों की भी पड़ताल कर रही है।