हरियाणा, 22 जनवरी:
हरियाणा सरकार ने इस साल सीईटी (संयुक्त पात्रता परीक्षा) के माध्यम से 50,000 से अधिक ग्रुप सी और डी पदों को भरने का लक्ष्य रखा है। मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी ने इसके लिए विभिन्न विभागों से खाली पदों की जानकारी मांगी है।
अब तक हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) को विभिन्न विभागों से करीब 10,000 पदों की मांग प्राप्त हो चुकी है। इनमें 5,600 सिपाही पद और 750 स्वास्थ्य विभाग के पद शामिल हैं। सबसे अधिक भर्तियां शिक्षा विभाग में होने की संभावना है।
भा.ज.पा. सरकार के संकल्प पत्र में पांच साल में 2 लाख खाली पदों पर भर्ती करने का वादा किया गया था, जिसके तहत हर साल 50,000 पदों को भरा जाएगा। सरकार अब अपने इस वादे को पूरा करने के लिए कदम उठा रही है। आयोग के सदस्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि विभागों से जानकारी मांगी गई है, और जैसे ही सभी डेटा मिलेंगे, उन्हें संकलित किया जाएगा। सीईटी के बाद पदों की मांग बढ़ने की संभावना है, और उसके बाद इन्हें विज्ञापित किया जाएगा।
विभागों से तिमाही मांग रिपोर्ट भेजने का आदेश
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने सरकार से यह प्रस्ताव रखा है कि सभी विभाग हर तिमाही आयोग के पास अपनी मांग रिपोर्ट भेजें, ताकि भर्तियों के लिए पहले से एक खाका तैयार किया जा सके। इसी डेटा के आधार पर सीईटी पास अभ्यर्थियों की आगामी परीक्षाओं का शेड्यूल तैयार किया जाएगा।
युवाओं को सीईटी परीक्षा का इंतजार
राज्य के 16 लाख से अधिक युवा सीईटी परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं। अब तक आयोग और सरकार ने परीक्षा की तिथि निर्धारित नहीं की है, जिससे युवाओं में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। सरकार ने दिसंबर में परीक्षा आयोजित करने का दावा किया था, लेकिन अब जनवरी का महीना भी खत्म होने वाला है, जिससे परीक्षा में और देरी की चिंता हो रही है।