पंचकूला म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के डिप्टी मेयर और सीनियर डिप्टी मेयर के पदों के लिए सोमवार को होने वाले चुनाव, रिटर्निंग अफसर (आर.ओ.) और म्यूनिसिपल ज्वाइंट कमिशनर सिमरनजीत कौर के बीमार होने के कारण अचानक स्थगित कर दिए गए। यह घोषणा चुनावों के शुरू होने से ठीक पहले पंचकूला के सेक्टर 14 स्थित किसान भवन में की गई, जिससे कांग्रस पार्टी के नेताओं ने सवाल उठाए।
बीजेपी (11 सदस्य), कांग्रेस (8 सदस्य), और जेजेपी (1 सदस्य) का प्रतिनिधित्व करने वाले सभी 20 काउंसलर चुनाव स्थल पर मौजूद थे। जब संयुक्त कमिश्नर कौर को अस्पताल ले जाया गया, तो पंचकूला निगम के मेयर कुलभूषण गोयल और कांग्रस विधायक चंद्र मोहन भी वहां मौजूद थे।
मेयर गोयल ने कहा, “हमारे सभी काउंसलर, जिनमें नामांकित काउंसलर भी शामिल थे, उपस्थित थे, लेकिन आर.ओ. की बीमारी के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।” हालांकि, कांग्रस विधायक चंद्र मोहन ने स्थिति पर संदेह जताया और सुझाव दिया कि अचानक बीमारी चुनावों में देरी कराने के लिए बनाई गई हो सकती है। उन्होंने कहा, “आर.ओ. को स्वस्थ होने के बावजूद आधे घंटे पहले बीमार घोषित किया गया था।”
कांग्रसी काउंसलर सलीम डबकोरी ने निराशा व्यक्त करते हुए इसे लोकतंत्र का कत्ल करार दिया। उन्होंने कहा, “हम सभी काउंसलरों के साथ पूरी तरह से चुनाव के लिए तैयार थे, लेकिन हमें बताया गया कि आर.ओ. बीमार हो गया और उसे अस्पताल ले जाया गया। यह स्पष्ट नहीं है कि यह असल स्थिति थी या इन्जीनियरड, लेकिन यह निश्चित तौर पर सवाल उठाता है।”
कांग्रस पार्टी को शक है कि यह स्थगन भाजपा के अंदर की चिंताओं से प्रेरित हो सकता है कि कुछ काउंसलर उनके उम्मीदवारों के खिलाफ वोट दे सकते हैं। इस अप्रत्याशित देरी ने राजनीतिक तनाव को और तेज कर दिया है और निगम के अंदर चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं।