संयुक्त राज्य अमेरिका, 21 जनवरी:
डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली और पद संभालते ही उन्होंने देश के भविष्य को आकार देने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्यकारी आदेशों की घोषणा की। इन आदेशों में ऊर्जा नीति से लेकर आप्रवासन सुधार तक कई अहम मुद्दों पर ध्यान दिया गया है। ट्रंप ने आने वाले दिनों में 200 से अधिक नए आदेश और निर्देश जारी करने की योजना बनाई है, जिनमें राष्ट्रीय सुरक्षा, ऊर्जा स्वतंत्रता और व्यापार नीति जैसे प्रमुख मुद्दे शामिल हैं।
आप्रवासन सुधार: त्वरित कदम
उनके पहले कदमों में से एक है अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा निष्कासन अभियान। ट्रंप ने अवैध आप्रवासन पर कड़ी कार्रवाई करने का संकल्प लिया है और वादा किया है कि सभी अवैध प्रवेश को तुरंत रोका जाएगा। शपथ ग्रहण के तुरंत बाद ट्रंप ने कहा, “हम अवैध आप्रवासन को रोकेंगे और अपराधियों को उनके देश वापस भेजना शुरू करेंगे।” इसके साथ ही ट्रंप यूएस-मैक्सिको सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने की योजना बना रहे हैं और “मैक्सिको में रुकने” नीति को फिर से लागू करने का वादा किया है। इस योजना के तहत सैनिकों को सीमा सुरक्षा बढ़ाने के लिए तैनात किया जाएगा।
ऊर्जा स्वतंत्रता: राष्ट्रीय ऊर्जा आपातकाल की घोषणा
ट्रंप ने अमेरिका को विदेशी ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम करने के लिए “राष्ट्रीय ऊर्जा आपातकाल” घोषित करने की योजना की घोषणा की है। उनका उद्देश्य घरेलू तेल और गैस उत्पादन को बढ़ाना है, ताकि अमेरिकी नागरिकों के लिए ऊर्जा की लागत कम हो सके। उन्होंने कहा, “महंगाई संकट और बढ़ती ऊर्जा कीमतों का समाधान घरेलू तेल उत्पादन और ऊर्जा स्वतंत्रता से होगा।”
इलेक्ट्रिक वाहन अनिवार्यता को समाप्त करना
ट्रंप ने इलेक्ट्रिक वाहन (EV) अनिवार्यता को समाप्त करने का प्रस्ताव दिया है। उनका मानना है कि अमेरिकियों को यह स्वतंत्रता होनी चाहिए कि वे कौन सी कार खरीदें, बिना किसी ग्रीन नीति के तहत बाधित हुए। ट्रंप ने कहा, “हम इन अनिवार्यताओं को समाप्त करके ऑटो उद्योग को बचाएंगे और अमेरिकी श्रमिकों से किए गए वादे को निभाएंगे।”
कोविड-19 मंडेट के कारण निष्कासित सैनिकों को बहाल करना
ट्रंप ने उन सैनिकों को बहाल करने की योजना भी बनाई है जिन्हें कोविड-19 वैक्सीनेशन मंड़ेट के कारण सेना से हटा दिया गया था। यह कदम उनके पहले कार्यकारी आदेशों में से एक होगा, जिसमें लगभग 8,000 सैनिकों को फिर से सेवा में बहाल किया जाएगा।
व्यापार प्रणाली में सुधार: कर और शुल्क
ट्रंप ने व्यापार प्रणाली में सुधार की योजना का खुलासा किया है, जिसके तहत वह विदेशी उत्पादों पर कर और शुल्क लगाएंगे ताकि अमेरिकी नागरिकों को लाभ हो सके। इसके साथ ही उन्होंने “बाहरी राजस्व सेवा” की स्थापना करने का भी ऐलान किया, जो अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से शुल्क और कस्टम एकत्र करेगी, और अमेरिकी खजाने में महत्वपूर्ण राजस्व लाएगी।
सरकारी सेंसरशिप का अंत: स्वतंत्र भाषण का समर्थन
ट्रंप ने यह भी वादा किया कि वह सभी प्रकार की सरकारी सेंसरशिप को समाप्त करेंगे और अमेरिका में स्वतंत्र भाषण को फिर से बहाल करेंगे। यह नीति देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को फिर से मजबूत करेगी।
व्यापार संबंधों की समीक्षा: शुल्क और आयात
ट्रंप ने व्यापार संबंधों की समीक्षा करने की योजना बनाई है, खासकर चीन, कनाडा और मेक्सिको के साथ। उन्होंने 10% वैश्विक आयात शुल्क, चीनी सामानों पर 60% शुल्क और कनाडाई और मेक्सिकन उत्पादों पर 25% शुल्क लगाने का प्रस्ताव किया है, जिससे अमेरिकी आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल सकता है, हालांकि आलोचकों का कहना है कि इससे उपभोक्ताओं की लागत बढ़ सकती है।
दो लिंगों का रुख: एक नया कार्यकारी आदेश
ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश जारी किया, जिसके तहत अमेरिकी संघीय सरकार केवल दो लिंगों – पुरुष और महिला को ही मान्यता देगी। यह नीति यह सुनिश्चित करेगी कि सरकारी दस्तावेजों में केवल इन्हीं दो लिंगों को आधिकारिक रूप से पहचाना जाएगा।
पनामा नहर पर नियंत्रण: भविष्य की योजना
ट्रंप ने यह संकेत दिया कि वह पनामा नहर पर फिर से नियंत्रण लेने की योजना बना रहे हैं, हालांकि इस बारे में उद्घाटन भाषण में कोई और विवरण नहीं दिया गया।
जन्मसिद्ध नागरिकता का अंत: एक प्रस्ताव
ट्रंप ने जन्मसिद्ध नागरिकता को समाप्त करने का प्रस्ताव भी रखा है, हालांकि इस पर विस्तार से भाषण में नहीं बताया गया। यह कदम अवैध आप्रवासन को रोकने और नागरिकता कानूनों में बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
निष्कर्ष
ट्रंप ने अपनी दूसरी पारी की शुरुआत में जिन निर्णयों की घोषणा की है, वे उनके साहसिक और विवादास्पद दृष्टिकोण को दर्शाते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा, ऊर्जा स्वतंत्रता और व्यापार सुधार पर उनका फोकस स्पष्ट है, और उनकी सरकार कई महत्वपूर्ण बदलावों के साथ देश की दिशा बदलने की तैयारी में है। हालांकि, इन फैसलों के परिणाम और उनके प्रभाव आगामी दिनों में सामने आएंगे।