चंडीगढ़, 3 दिसंबर:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह शहर में पहली बार एक मंच से देश को संदेश देंगे। पीएम का मुख्य कार्यक्रम पंजाब इंजीनियरिंग काॅलेज में है। वे पेक पहुंच गए हैं। अमित शाह भी उनके साथ हैं।
भारतीयों को दंडित करने के लिए थे पुराने कानून
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि 1857 की क्रांति के ठीक 3 साल बाद 1860 में अंग्रेज हुकूमत भारतीय दंड संहिता लेकर आए। उसके बाद इंडियन एविडेंस एक्ट आया और फिर सीआरपीसी का ड्राफ्ट अस्तित्व में आया। यह सब भारतीयों को दंडित करने के लिए ले गए थे। समय-समय पर इनमें संशोधन हुए लेकिन उनका असली चरित्र वही बना रहा। आजाद देश में गुलामी के लिए बने कानून को क्यों ढोया जाए। यह सवाल न हमने खुद से पूछा, न शासन करने वाले लोगों ने इस पर विचार करने की जरूरत समझी। गुलामी की मानसिकता ने भारत की विकास यात्रा को बहुत ज्यादा प्रभावित किया।
अमित शाह ने कहा कि ढेर सारे प्रावधान हैं, नई व्यवस्था बनानी थी, इस कठिन काम को चंडीगढ़ ने पांच महीने में पूरा कर लिया है। ऐसे करके चंडीगढ़ देश का पहला शहर बन गया है। कोई भी एफआईआर हो तो अब अधिकतम 3 साल के अंदर न्याय मिलेगा, तारीख पर तारीख नहीं मिलेगी। ये दुनिया का सबसे बड़ा रिफॉर्म बनने जा रहा है।
एसएसपी कंवरदीप कौर ने पीएम मोदी को तीन कानूनों के तहत कोई भी अपराध होने पर पुलिस की कार्रवाई शुरू होने से लेकर सुबूत एकत्र करने, सीएफएसएल की जांच व रिपोर्ट, कोर्ट में चार्जशीट दायर करने, ट्रायल व गवाही और आरोपी को सजा तक दिलवाने के बारे में जानकारी दी।