मोहाली, 20 फरवरी:
मोहाली के खरड़ इलाके में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ने आए शिमला के एक छात्र को गन पॉइंट पर अगवा कर उसका यौन शोषण किया गया। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि सेक्टर-88 स्थित एक कार डीलर, सरपंच हरजीत सिंह बैदवान उर्फ प्रीत और उसके साथियों ने इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। छात्र के अनुसार, उसे शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया, उसके गुप्तांग पर करंट लगाया गया और गुदा में छड़ी डालकर उसे दर्दनाक यातनाएं दी गईं। आरोपियों ने इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया और जबरन 30,000 रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए। इतना ही नहीं, उसकी एक्सयूवी-500 कार जबरदस्ती बेचने का वीडियो बनवाकर उसे झूठा बयान देने के लिए मजबूर किया। इसके अलावा, उससे चेक पर जबरन हस्ताक्षर करवा कर 4 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी गई।
इस अमानवीय घटना के बाद छात्र मानसिक रूप से इतना टूट गया कि उसने आत्महत्या करने का निर्णय ले लिया। खुद को अपमानित और बेबस महसूस करते हुए उसने एक वीडियो बनाया, जिसमें अपनी आपबीती सुनाई और आत्महत्या की इच्छा जाहिर की। यह वीडियो उसने अपने कुछ दोस्तों को भेजा, जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया।
पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया कि राजपुरा के गांव रामनगर निवासी सरपंच हरजीत सिंह बैदवान और उसके साथी करम देव सिंह उर्फ सिमरजीत सिंह लंबे समय से उस पर दबाव बना रहे थे कि वह उनके कार्यालय में काम करे और उनके आरटीओ से जुड़े कार्यों को संभाले। छात्र ने यह भी बताया कि आरोपियों ने उसे 0009 वीआईपी नंबर बुक करने के लिए धमकाया, जबकि यह उसके अधिकार क्षेत्र में नहीं था।
घटना 11 जनवरी की है, जब लोहड़ी से दो दिन पहले हरजीत और करम देव अचानक उसके फ्लैट पर पहुंचे और उसे धमकाने लगे। डर के कारण छात्र ने अपने मकान मालिक को बुला लिया, लेकिन जैसे ही दरवाजा खोला, दोनों आरोपी जबरदस्ती अंदर घुस आए और उसे धमकाते हुए अपने साथ ले जाने की कोशिश की। इसके बाद, उन्होंने उसका बैग, नकदी और अन्य जरूरी दस्तावेज जब्त कर लिए और उसे स्कॉर्पियो गाड़ी में डालकर अगवा कर लिया। यह पूरी घटना सोसायटी में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। रास्ते में हरजीत ने छात्र पर रिवॉल्वर तान दी और उसका मोबाइल जबरन अनलॉक करवा लिया।
आरोपियों ने उसे सेक्टर-88 स्थित प्रीत कार पॉइंट पर ले जाकर एक कमरे में बंद कर दिया। वहां, करम देव ने छात्र के मोबाइल से 30,000 रुपये ट्रांसफर कर लिए और उसका यौन शोषण कर एक वीडियो बना लिया। छात्र ने विनती की कि उसे छोड़ दिया जाए, लेकिन हरजीत और उसके साथियों ने उसे प्रताड़ित करना जारी रखा। उन्होंने चार लाख रुपये की मांग की और कहा कि पैसे मिलने के बाद ही उसे छोड़ा जाएगा। जब छात्र ने पैसे देने से इनकार किया, तो हरजीत और करम देव उसे जबरन उसके फ्लैट पर ले गए। वहां उसकी एक्सयूवी-500 कार के साथ खड़ा कर जबरन यह कहलवाया गया कि वह उन्हें 3.5 लाख रुपये में कार बेच रहा है। इसके अलावा, उससे चेक पर जबरन हस्ताक्षर करवा लिए गए और धमकी दी गई कि अगर इस घटना के बारे में किसी को बताया तो उसे जान से मार दिया जाएगा।
इस घटना से आहत होकर छात्र ने आत्महत्या करने का फैसला लिया। 19 जनवरी को वह पिंजौर पहुंचा और आत्महत्या की कोशिश की। उसने रोते हुए एक वीडियो बनाया और अपने जानकारों को भेजा, जिसमें उसने अपने ऊपर हुए अत्याचारों का जिक्र किया। वीडियो देखने के बाद कुछ लोगों ने उसे आत्महत्या करने से रोक लिया, लेकिन वह बेहोश हो गया। 21 जनवरी को जब उसे होश आया, तो वह शिमला पुलिस की हिरासत में था।
शिमला पुलिस ने छात्र का मेडिकल परीक्षण करवाया और उसके बयान दर्ज किए। इसके बाद, उन्होंने जीरो एफआईआर दर्ज कर मामले को खरड़ पुलिस को सौंप दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए, खरड़ पुलिस ने सरपंच हरजीत सिंह बैदवान उर्फ प्रीत और उसके दो साथियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस इस केस की गहराई से जांच कर रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं।
पीड़ित छात्र और उसके परिवार ने इस घटना के बाद न्याय की मांग की है। यह मामला समाज में बढ़ती हिंसा और युवाओं पर हो रहे अत्याचारों को उजागर करता है। पुलिस प्रशासन पर दबाव बढ़ रहा है कि वह इस केस की गहन जांच करे और दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाए।