पंजाब, 13 फरवरी:
आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक कुंवर विजय प्रताप सिंह, जो 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रमुख चेहरे थे, ने राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की आवश्यकता जताई है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को पद से हटाया जाना चाहिए। सिंह ने पार्टी नेतृत्व को अपनी चिंताएं व्यक्त की हैं और पंजाब में शासन से जुड़ी समस्याओं को इसका मुख्य कारण बताया है।
उनके बयान हाल ही में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP के खराब प्रदर्शन और उसके बाद राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब नेतृत्व के बीच हुई बैठक के बाद आए हैं। हालांकि, सिंह इस बैठक में व्यक्तिगत रूप से शामिल नहीं हुए, बल्कि उन्होंने अपनी उपस्थिति फोन के माध्यम से दर्ज कराई और अपनी चिंताएं अलग से साझा कीं।
अमृतसर नॉर्थ से विधायक और पूर्व आईपीएस अधिकारी सिंह ने AAP के चुनावी अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, खासकर 2015 के बेअदबी मामलों में न्याय दिलाने के वादों को लेकर। इससे पहले, वह पंजाब पुलिस में इंस्पेक्टर जनरल के पद पर थे, लेकिन जब पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने कोटकपूरा फायरिंग मामले में उनकी अगुवाई वाली जांच रिपोर्ट को खारिज कर दिया, तो उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनका यह कदम पंजाब की राजनीति में एक बड़ा मोड़ साबित हुआ और इसके कुछ ही महीनों बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पद से हटना पड़ा।
दिल्ली में AAP की हार के बाद, सिंह ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की और पार्टी की हार के लिए पंजाब सरकार की नाकामी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने महत्वपूर्ण मामलों के निपटारे में लापरवाही, सरकारी संस्थानों में भ्रष्टाचार और पार्टी के भीतर आपराधिक तत्वों के बढ़ते प्रभाव को लेकर भी गंभीर चिंता व्यक्त की।
उनके बयान से पंजाब की राजनीति में हलचल मच गई है और AAP के भीतर मतभेदों और 2027 के चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।