प्रयागराज, 10 फरवरी:
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे शहर के प्रमुख मार्गों पर भीषण जाम लग गया है। संगम में पवित्र स्नान के लिए हजारों लोग पहुंच रहे हैं, जिसके चलते कई हाईवे और सिटी रोड पूरी तरह जाम हो गए हैं। वाहनों की आवाजाही ठप होने से लोग कई किलोमीटर पैदल चलने को मजबूर हो रहे हैं।
प्रमुख मार्गों पर भारी जाम
सुबह से ही प्रयागराज की ओर जाने वाले वाराणसी-प्रयागराज रोड, जीटी रोड (सुलेम सराय), कानपुर-प्रयागराज हाईवे और लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर भारी जाम की खबरें आ रही हैं। कुछ जगहों पर वाहनों को 12 घंटे से अधिक समय लग रहा है, जो सामान्य यात्रा समय से कहीं ज्यादा है।
शहर के अंदर भी फाफामऊ, झूंसी, नैनी और फूलपुर जैसे प्रमुख इलाकों में यातायात पूरी तरह प्रभावित है। मध्य प्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र और गुजरात से बड़ी संख्या में आए वाहनों के कारण स्थिति और बिगड़ गई है।
श्रद्धालु 10-12 किमी पैदल चलने को मजबूर
सड़कों पर भारी भीड़ और जाम के कारण श्रद्धालु अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए कई किलोमीटर पैदल चलने को मजबूर हो गए हैं।
फैजाबाद से आए एक श्रद्धालु ने बताया कि उनकी 5 घंटे की यात्रा 17 घंटे में पूरी हुई। नोएडा से आए एक यात्री ने कहा कि उन्होंने शनिवार सुबह 6 बजे यात्रा शुरू की थी लेकिन रविवार सुबह 6 बजे प्रयागराज पहुंचे। इसी तरह कानपुर, रीवा और बांदा से आए यात्रियों को भी लंबी देरी का सामना करना पड़ा।
प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन अस्थायी रूप से बंद
बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि स्टेशन पर अत्यधिक भीड़ जमा हो जाने के कारण भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी, इसलिए यह निर्णय लिया गया।
रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, “स्टेशन के बाहर बढ़ती भीड़ को देखते हुए संचालन अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।” यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे नैनी या प्रयागराज जंक्शन का उपयोग करें।
वाहनों के ओवरहीट होने से आग की घटनाएं
लंबे समय तक जाम में फंसे रहने के कारण कई वाहनों में ओवरहीटिंग की समस्या आ रही है। बीते 12 घंटे में तीन कारों में आग लगने की घटनाएं लखनऊ-प्रयागराज मार्ग पर दर्ज की गईं। दमकल विभाग ने आग पर काबू पाया, लेकिन दो लोग झुलस गए।
यात्रियों के लिए ट्रैफिक एडवाइजरी और वैकल्पिक मार्ग
प्रशासन ने श्रद्धालुओं को वैकल्पिक मार्ग अपनाने की सलाह दी है:
- लखनऊ, कानपुर और वाराणसी से आने वाले श्रद्धालु मिर्जापुर या बांदा मार्ग का उपयोग करें।
- मध्य प्रदेश, ओडिशा और महाराष्ट्र से आने वाले यात्री करछना मार्ग से होकर आएं ताकि मुख्य जाम से बचा जा सके।
- रेल यात्रा करने वाले श्रद्धालु प्रयागराज संगम स्टेशन के बजाय प्रयागराज जंक्शन या नैनी स्टेशन का उपयोग करें।
- निजी वाहन चलाने वाले श्रद्धालु शहर के बाहर वाहन पार्क कर स्थानीय परिवहन या पैदल मार्ग का उपयोग करें।
भीषण जाम पर जनता और विपक्ष की नाराजगी
कुंभ के दौरान यातायात की बदहाल स्थिति पर विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा है। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार पर योजना की विफलता का आरोप लगाया और कहा कि प्रशासन भीड़ नियंत्रण में असफल रहा है।
स्थानीय लोगों ने भी नाराजगी जताई है, क्योंकि जाम के कारण एम्बुलेंस और आपातकालीन सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। कई बाजारों में दुकानें देर से खुल रही हैं, जिससे रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित हो रही है।
सरकार ने ट्रैफिक कंट्रोल में सुधार के दावे किए
अधिकारियों के मुताबिक, अब तक 46 लाख श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं और अगले कुछ दिनों में यह संख्या और बढ़ेगी। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि अतिरिक्त पुलिस बल, रियल-टाइम मॉनिटरिंग और बेहतर सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था से स्थिति को नियंत्रण में लाया जाएगा।
श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे यात्रा से पहले ट्रैफिक अपडेट चेक करें, सुझाए गए मार्गों का पालन करें और योजना बनाकर कुंभ मेले में पहुंचे।