चंडीगढ़/पंचकूला/कांगड़ा, 8 जनवरी:
संत निरंकारी मिशन, सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के मार्गदर्शन में, सामाजिक सेवा के क्षेत्र में लगातार अपना योगदान दे रहा है। इसी कड़ी में, जिला कांगड़ा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सभागार में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मिशन की स्थानीय इकाई ने 50 टीबी रोगियों को तीन महीनों के लिए 150 निक्षय पोषण किटें भेंट कीं।
इस अवसर पर जिला उपायुक्त हेमराज बैरवा ने संत निरंकारी मिशन के इस सेवा कार्य की सराहना करते हुए सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज और मिशन के प्रबंधकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने मिशन द्वारा किए गए इस सराहनीय प्रयास को समाज सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण बताया। उपायुक्त ने कहा कि निरंकारी मिशन हमेशा से सामाजिक कल्याण में अग्रणी रहा है और उनकी सेवाएं समाज के लिए प्रेरणादायक हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि इस पहल से टीबी रोगियों को न केवल पोषण मिलेगा, बल्कि मानसिक और सामाजिक सहयोग भी प्रदान किया जाएगा। इस कार्यक्रम में उपायुक्त ने स्वयं टीबी रोगियों को पोषण किटें वितरित कीं।
टीबी मुक्त भारत अभियान को मजबूती
उपायुक्त ने इस पहल को “टीबी मुक्त भारत” अभियान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि संत निरंकारी मिशन का यह प्रयास समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का संदेश देता है। निक्षय मित्रों द्वारा इस प्रकार की पहल टीबी मरीजों के जीवन को बेहतर बनाने में मददगार साबित होगी और समाज को इस बीमारी के प्रति संवेदनशील बनने के लिए प्रेरित करेगी।
उन्होंने जानकारी दी कि स्वास्थ्य विभाग की निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी रोगियों को हर महीने 1,000 रुपये की सहायता दी जाती है। इसके साथ ही, मिशन समय-समय पर मरीजों के संपर्क में रहकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेगा और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करेगा।
टीबी सिर्फ एक बीमारी नहीं, बल्कि सामाजिक चुनौती
जिला स्वास्थ्य अधिकारी और क्षय रोग जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राजेश सूद ने इस अवसर पर कहा कि टीबी एक चिकित्सा समस्या के साथ-साथ एक सामाजिक चुनौती भी है। उन्होंने टीबी से जुड़ी भ्रांतियों और भेदभाव पर चिंता व्यक्त की और कहा कि सही जानकारी के अभाव में कई मरीज समय से पहले मृत्यु का शिकार हो जाते हैं।
डॉ. सूद ने स्पष्ट किया कि टीबी का इलाज शुरू होने के बाद मरीज संक्रामक नहीं रहता और उसे अलग-थलग रहने की आवश्यकता नहीं होती। उन्होंने समाज में टीबी के प्रति जागरूकता बढ़ाने और भेदभाव खत्म करने पर जोर दिया।
विशेष उपस्थिति और समर्थन
इस कार्यक्रम में संत निरंकारी मिशन से जोनल इंचार्ज डॉ. के.सी. धीमान, क्षेत्रीय संचालक तिलक राज डोगरा, और दाड़ी ब्रांच संयोजक रूपा गुरंग विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने मिशन की ओर से इस पहल को आगे बढ़ाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
यह पहल न केवल टीबी मरीजों के पोषण और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने का प्रयास है, बल्कि समाज में स्वास्थ्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण लाने का भी एक बड़ा कदम है।