मोहाली, एसएएस नगर, 16 दिसंबर:
निर्मल सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के आशीर्वाद से संत निरंकारी मिशन ने सेक्टर 74, टीडीआई सिटी शाखा के संत निरंकारी सत्संग भवन में तीसरा रक्तदान शिविर आयोजित किया।
इस शिविर का उद्घाटन संत निरंकारी मंडल के प्रतिनिधि श्री एच.एस. चावला जी ने किया। उनके साथ चंडीगढ़ ज़ोन के ज़ोनल इंचार्ज श्री ओ.पी. निरंकारी जी, शाखा प्रमुख श्री गुरप्रताप सिंह जी, स्थानीय समन्वयक डॉ. जे.के. चीमा जी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी भाग लिया।
कुल 166 श्रद्धालुओं, जिनमें पुरुष और महिलाएं शामिल थीं, ने इस पुण्य कार्य में हिस्सा लिया और रक्तदान किया।
इस अवसर पर, श्री एच.एस. चावला जी ने सभी रक्तदाताओं का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज निरंतर मानवता के प्रति निस्वार्थ सेवा की प्रेरणा देती हैं। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि मानव रक्त का कोई विकल्प नहीं है और रक्तदान को “मानवता की सेवा ही ईश्वर की पूजा है” का सबसे अच्छा उदाहरण बताया। उन्होंने बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के इस संदेश को भी दोहराया, “मानव रक्त नालियों में नहीं, नसों में बहना चाहिए।”
ज़ोनल इंचार्ज श्री ओ.पी. निरंकारी जी ने बताया कि चंडीगढ़ ज़ोन में हर महीने दो से तीन रक्तदान शिविर आयोजित किए जाते हैं, जिनमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस नेक कार्य में योगदान देते हैं।
शाखा प्रमुख श्री गुरप्रताप सिंह जी और डॉ. जे.के. चीमा जी ने मुख्य अतिथि श्री एच.एस. चावला जी, ज़ोनल इंचार्ज श्री ओ.पी. निरंकारी जी, चिकित्सा दल, रक्तदाताओं और सभी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया।
श्री गुरप्रताप सिंह जी ने मिशन के रक्तदान के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 1986 में दिल्ली में आयोजित पहले रक्तदान शिविर में बाबा हरदेव सिंह जी महाराज ने स्वयं रक्तदान किया था। पिछले 38 वर्षों में मिशन के लगभग 9,000 शिविरों में 14 लाख यूनिट रक्त संग्रहित किया जा चुका है।
संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन विश्व स्तर पर जनकल्याण के लिए विभिन्न पहल करता है, जिनमें सफाई अभियान, वृक्षारोपण, आपदा राहत, मुफ्त चिकित्सा सेवाएं और महिलाओं एवं बच्चों के विकास के लिए परियोजनाएं शामिल हैं।
मोहाली में आयोजित इस रक्तदान शिविर में पीजीआई की टीम (डॉ. मनप्रीत कौर के नेतृत्व में) और सिविल अस्पताल, मोहाली (डॉ. सानिया शर्मा के नेतृत्व में) ने रक्त संग्रह किया। स्थानीय सेवा दल के स्वयंसेवकों ने इस आयोजन को सफल बनाने में अथक परिश्रम किया। सभी रक्तदाताओं और उपस्थित लोगों के लिए जलपान, भोजन और लंगर की विशेष व्यवस्था की गई, जो मिशन की सेवा भावना को दर्शाती है।